डाल के रेत में पानी ,घोला शरबतों की तरह,ये सोचकर देखा , मिला क्या ?न मिला रेत में पानीन मिली प्रेम की वाणी ,न मिली मन को शांति ,केवल रही
डाल के रेत में पानी ,घोला शरबतों की तरह,ये सोचकर देखा , मिला क्या ?न मिला रेत में पानीन मिली प्रेम की वाणी ,न मिली मन को शांति ,केवल रही